इस भौतिक संसार मै प्रकृति की सीमाएं और कुछ नियम हम पर लागू हो जाते हैं कुछ ऐसे नियम जिन्हें बदलना एकदम असंभव सा लगता है
और यही लिमिटेशंस इंसान को धीरे-धीरे बेचैन करने लगती हैं बुद्धिमान लोग अक्सर इन सीमाओं के परे निकलने की कोशिश करते हैं और बदले ही कोई सफर में कामयाब हो पाता है लोगों को कई बार ऐसी सफलताएं भी मिली जिन पर विश्वास करना सबके बस की बात नहीं आज के एपिसोड में हम एक ऐसे ही रहस्य में प्रोजेक्ट के बारे में जानेंगे इस अमाउंट ऑफ़ प्रोजेक्ट कहा जाता है एक ऐसा प्रोजेक्ट जिसमें प्रकृति के नियमों को तोड़कर देखा गया,
What is Albert Einstein famous for?
Us यू एस कान्वेंट में बॉलीवुड की पहली दुनिया से ज्यादा शक्तिशाली होने के लिए मॉन्टॉक न्यूयॉर्क अमाउंट ओके एयर फोर्स स्टेशन में कई सीक्रेट एक्सपेरिमेंट किए थे जिन्हें मॉन्टॉक प्रोजेक्ट कहा जाता है इस प्रोजेक्ट के दौरान ऐसे बच्चों और व्यक्तियों को अध्यक्ष किया गया जो दुनिया में अकेले थे और जिनके पास अपने घर में ही थे ताकि लोगों को किसी के गायब होने की भनक ना पढ़ सके जाने लगी जैसे बच्चों की साइकिल के भी नीतीश को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन के द्वारा जबरदस्ती बनाए जाने लगा था कि वह कैसा बबूल क्रिएट कर सकें जिसके जरिए समय में यात्रा करना संभव हो यह रेडिएशंस इतनी ज्यादा थी कि बहुत से लोगों की जान चली गई और कुछ लोग सरवाइव कर सके बचे हुए लोगों की साइकिक एबिलिटीज इतनी बढ़ गई थी कि वह लोग मन की शक्ति को एकाग्र करके किसी भी ऑब्जेक्ट को मेटीरियल्स करने में सक्षम हो गए थे पेमेंट भी किए गए किसी ऑब्जेक्टिव व्यक्ति को एक जगह से दूसरी जगह टेलिपोर्ट करना और उसे वापस उसी जगह पर लाना इस एक्सपेरिमेंट में शामिल था खुशी हुई जब उन्होंने एक्सपेरिमेंट बार-बार किए तब एक स्टेबल पोर्टल क्रिएट हुआ जिसके जरिए ब्रिज सर्चस टाइम और स्पेस में कहीं भी यात्रा करने में सक्षम हो चुके थे संपर्क स्थापित किया और उनके सर यह बेहद सुंदर टेक्नोलॉजी इसकी विकसित की मोस्ट अभिषेक फैसिलिटी में एंटर हो गया और उसने कई इक्विपमेंट्स को खराब कर दिया था रिसर्च ने तुरंत ही वह टाइमटेबल को नष्ट करके उस मास्टर की जान ले ली के दौरान ही फिलाडेल्फिया एक्सपेरिमेंट भी किया गया था जो बेहद रहस्यमई है इनका नाम एंड फूड विलेज विलेज पेमेंट के आईविटनेस में एयरपोर्ट बचपन से ही अद्भुत प्रतिभावान थी वह जब चलना भी नहीं सीखे थे तब की मेमोरी थी उनके दिमाग में एकदम ताजा थी रुको बात करके देखते और उनकी बातों को समझने की कोशिश करती थी कुछ सालों बाद उन्हें वाकिंग इनसाइक्लोपीडिया के नाम से जाना जाने लगा जयपुर 60 वर्ष के हुए परिवार के साथ बैठकर फिलाडेल्फिया एक्सपेरिमेंट पर बनी एक फिल्म देख रहे थे तभी अचानक उन्हें पिछले जन्मों की झलकियां दिखाई देने लगी दूसरों के लिए वह इस साइंस फिक्शन फिल्म थी लेकिन एयरपोर्ट दरअसल अपने पिछले जन्म में उसे सीमेंट का हिस्सा रह चुके थे इतना ही नहीं उन्होंने समय में कई बार यात्रा भी की थी,
Secience Experiment
वोटों के दौरान जो 1943 में पेंसिलवेनिया फिलाडेल्फिया में अल्बर्ट आइंस्टाइन की यूनिट छोरी तो प्रैक्टिकली आकर्षित करने की कोशिश में एक्सपेरिमेंट किया गया था चाहते थे कि जर्मन शेप के सामने उनकी सफल हो सके ताकि वह खत्म कर सकें और यात्रा भी कर सकें एक्सपेरिमेंट में शामिल किया गया था जिनकी टेस्ला कॉइल इस एक्सपेरिमेंट में अहम भूमिका निभाने वाली थी 28 अक्टूबर 1943 को यू एस एस एल डी एस नाम की स्विफ्ट को एक्सपेरिमेंट के लिए तैयार किया गया डिवाइस को एक्टिवेट करते हुए रिसर्च उसने देखा कि स्विफ्ट के चारों तरफ एक नीला हरा प्रकाश और लिस्ट छा गई थी फिर अचानक कि सिर्फ जैसे हवा में गायब हो गई और कुछ समय के बाद वापस नजर आने लगी घट चुकी थी जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी सिर्फ में मौजूद तू के साथ इस दौरान कुछ अजीब घटनाएं घटी कुछ लोग इन रेडिएशन की वजह से पागल हो गए कुछ प्रभारी छोटे लगी कुछ तो शिव के मैटर में इस तरह जैसे पाए गए जैसे कि वह रेट की बनी हो दोस्तों एक्सपेरिमेंट फेल होने के बाद यू एस गवर्नमेंट ने से बंद कर दिया मोंटू प्रोजेक्ट में काम कर रहे लोगों की मेमोरी को हिप्नोटिज्म के जरिए खत्म करवा दिया गया ताकि एक्सपेरिमेंट हमेशा के लिए सीटेट ही रह जाए ऐल्पड ने बताया कि वह अपने पिछले जन्म में एडवर्ड कैमरून के नाम से जाने जाते थे और उनका एक भाई था जिसका नाम डंकिन कैमरून था एडवर्ड दरअसल माउंटेन एयरफोर्स स्टेशन में काम करते थे और अपने भाई के साथ ही अमेरिकन गवर्नमेंट के साथ एक सीक्रेट प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे यूनिटी में इस प्रोजेक्ट के लिए उसने दोनों भाइयों को पास में भेजने का फैसला किया वह चाहते थे कि कैमरून परदेस में जाकर यूएसए से डिस्टिक में मौजूद एक उपकरण को नष्ट कर देंगे में वह फोन कर रहा था जिसकी वजह से बाद में काफी समस्याएं आई दोनों भाइयों ने यात्रा की और उस को नष्ट कर दिया लेकिन वापस आते समय गड़बड़ी हो गई और वह फ्यूचर की के शरीर की कोशिश तेजल बैठे उनकी आंखें खुली तो वह एक हॉस्पिटल में थी जहां दो हफ्तों तक उनका ट्रीटमेंट किया गया वह नई टेक्नोलॉजी इसको देखकर हैरान थी क्योंकि उनका ट्रीटमेंट किसी दवाई से नहीं बल्कि लाइट और वाइब्रेशन से किया गया था और उनका शरीर पूरी तरह स्वस्थ कर दिया गया था अब वापस अपने समय में लौटने की जगह को ट्यूशन में और आगे पहुंच गए यह साल था 2749 अपने आसपास के वातावरण को देखकर हैरान थी उन्होंने देखा कि इस दुनिया में बहुत से शहर पानी में पूरी तरह डूब चुके हैं और अब शहर हवा में बताए जाते हैं
सुन्दरकाण्ड सर्ग 1 श्लोक 44-77,
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उन्होंने बताया हवा में तैरती शहर लगभग ढाई मिल की ऊंचाई पर करती थी धरती की आबादी 30 करोड ही बची थी बाकि कि लोग मार सेलिना से ग्रहों पर रहने चले गए थे एंड ने बताया कि भविष्य में युद्ध ने बंद हो जाएंगे पूरी दुनिया से गवर्नमेंट भी खत्म हो जाएगी ऐसा सॉफ्टवेयर सिस्टम डिवेलप करेंगे जो पूरी दुनिया को नियंत्रित करेगा और वही दुनिया की सरकार होगी एकदम सटीक होगा जिसके चलते कोई भी गुनहगार बच नहीं पाएगा और किसी बेगुनाह कोई नहीं होगी भविष्य में करेंसी का रुप बदल जाएगा जो व्यक्ति जितना काम करेगा उसे उतनी किए जाएंगे अब उनके अपने मन मुताबिक चीज में और सुविधाएं खरीद सकेंगे दोस्तों ने दावा किया कि भूतकाल में भेजा था और भविष्य को भी उन्होंने देखा था दोस्तों की बातों को कुछ लोग कोरी कल्पना मानते आए हैं तो कुछ लोगों से सच मानते हैं क्योंकि अमेरिका शुरुआत से ही ऐसी एक्सपेरिमेंट करता आया है की बात करें तो बहुत से लोग हैं जिन्होंने इस प्रोजेक्ट के बारे में रिसर्च बुक लिखी हैं किताबों में लिखी हुई बातें से मेल खाती है इन किताबों के अनुसार प्रोजेक्ट के बारे में कुछ और जानकारियां भी सुनने को मिलती हैं बनवाई गई मासी ठेकला इंफोसिस बनाए गए और उन्हें टेस्ट भी किया गया निकोला टेस्ला की डेट को फेंक किया गया था ताकि वह स्पेस पर चीफ डायरेक्टर के तौर पर काम कर सकें एक एक्सपेरिमेंट के खराब होने की वजह से जल्दी टेबल का जन्म हुआ जो स्पेशियलिटी से भाग निकला था मोंटू प्रोजेक्ट के अंतर्गत किए गए एक फील्ड एक्सपेरिमेंट का ही नतीजा था प्रोजेक्ट और अमेरिका की स्टेट एक्सपेरिमेंट के बारे में आपकी क्या राय है कमेंट में जरूर बताएं
सुन्दरकाण्ड सर्ग 1 श्लोक 44-77,
प्रथम सर्ग 78 से 117,
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